Vinay Patel

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लक्ष्मी और दरिद्रता

दरिद्रता :- एक  अभिशाप

जगाएं अंदर के परमात्मा को आज
         भागती है दरिद्रता जिससे आज

करें कल्याण जीवन में आज
             शामिल करें खुशी में प्रभु को आज

कैसे भगाए दरिद्रता को आज
           मंत्र है योजना बद्ध तरीके से मेहनत आज

करें जीवन में ऐसे उपकार
            पता ना हो किसी को आज

बने जीवन में परिश्रमी आज
            लक्ष्मी पाना चाहे तुम्हें हर कीमत पर आज

आओ चलो पुण्य कमाएं
             उन्नति के मार्ग में चलते जाएं


रचनाकार :- विनय पटेल

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2 Comments

सुन्दर भाव

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Gunjan Kamal

23-Nov-2023 10:36 PM

👏🏻👌🏻

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